बम और पिस्तौल क्रांति नहीं बनाते हैं। विचारों की घरघराहट-पत्थर पर क्रांति की तलवार तेज होती है!
स्वतंत्रता दिवस पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है जिन्होंने भारत के लिए आजादी हासिल करने के लिए अपना बलिदान दिया। मुख्य कार्यक्रम नई दिल्ली में होता है, जहां प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, साथ ही बंदूक की नोक पर परेड करते हैं, इसके बाद पीएम को राष्ट्र को संबोधित करते हैं। इस दिन कई राजनीतिक नेता सार्वजनिक कार्यक्रमों में दिखाई देते हैं और देश की विरासत, कानूनों, इतिहास, लोगों, हाल की घटनाओं और भविष्य की परियोजनाओं के बारे में बात करते हैं। स्वतंत्रता दिवस को आउटिंग, पिकनिक और बहुत सारे बाहरी कार्यक्रमों के साथ सार्वजनिक दिवस के रूप में माना जाता है। परेड, एयर शो, आतिशबाजी और संगीत समारोह। आजकल पतंग उड़ाना इस दिन एक परंपरा बन गई है और लोग स्वतंत्रता के प्रतीक सभी रंगों, आकारों की कई पतंग उड़ाते हैं। भारतीय गर्व से अपना तिरंगा झंडा फहराते हैं, "वंदे मातरम", "जन गण मन" आदि देशभक्ति गीत गाते हैं और अपने दोस्तों और परिवारों के साथ दिन का आनंद लेते हैं।