आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: औरंगाबाद
निकटतम रेलवे स्टेशन: जलगांव, औरंगाबाद
ग्रिशनेश्वर मंदिर औरंगाबाद जिले के वेरुल गांव में स्थित एक प्राचीन मंदिर है, यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल भी है। यह भगवान शिव को समर्पित है।
यह भगवान शंकर के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और इसे 12वां ज्योतिर्लिंग माना जाता है। घृष्णेश्वर मंदिर को घृष्णेश्वर या धुश्मेश्वर मंदिर भी कहा जाता है।
यह भारत का सबसे छोटा ज्योतिर्लिंग और बारहवां या अंतिम ज्योतिर्लिंग है। मंदिर सबके लिए खुला है। लेकिन अगर पुरुष गर्भगृह या मुख्य गर्भगृह में प्रवेश करना चाहते हैं तो उन्हें नंगे सीने में जाना होगा। मंदिर में प्रवेश करने के लिए पुरुष भक्तों को अपने ऊपरी शरीर के कपड़े उतारने पड़ते हैं।
यह एकमात्र ज्योतिर्लिंग है जिसमें शिवलिंग को नंगे हाथों से छुआ जा सकता है।
मंदिर का कई बार पुनर्निर्माण किया गया था, और वर्तमान संरचना 18 वीं शताब्दी में इंदौर की रानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा की गई है।
मंदिर की वास्तुकला आमतौर पर दक्षिण भारतीय शैली की है।
06:00 पूर्वाह्न - 11:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 10:30 अपराह्न
सभी के लिए नि: शुल्क