आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई इंटरनेशनल
निकटतम रेलवे स्टेशन:
बारपेटा सतरा, बारपेटा असम में पूजा का एक प्रमुख स्थान है। यह शहर के मध्य में स्थित है। सतरा को बारपेटा थान के नाम से भी जाना जाता है, और इसे लगभग 500 साल पहले, 1583 ईस्वी में, श्री माधबदेव द्वारा स्थापित किया गया था।
इस सतरा में संत माधवदेव आठ वर्ष तक रहे। लेकिन उन्होंने श्री श्रीमाता शंकरदेव से सीखने के लिए इस स्थान को छोड़ दिया और इस सतरा की जिम्मेदारी श्री मथुरा दास बुरहा अता नामक अपने एक शिष्य को दे दी, जो बरपेटा सतरा के पहले सतरिया बने।
सतरा का परिसर तीन बछरा या प्रवेश द्वारों से शुरू होता है, और सतरा का मुख्य परिसर दीवारों द्वारा संरक्षित है जिसे नहटी बछरा पश्चिम की ओर प्रवेश, उत्तर हटी बछरा उत्तर प्रवेश, और दक्षिणाती बछरा दक्षिण से आगमन के रूप में नामित किया गया है। सतरा के पूर्वी हिस्से में हरि जान नाम की एक नहर बहती है।
परिसर को कच्चे घर के रूप में बनाया गया था, लेकिन इसे बाद में वर्ष 1870 में कंक्रीट किया गया था और सुंदर और सजावटी दीवार चित्रों के साथ एक विशाल क्षेत्र में फैला हुआ था।
हाल के दिनों में बारपेटा सतरा कीर्तनघर के रूप में कार्य करता है, और यह वैष्णव भक्तों के लिए प्रमुख स्थल है, जिसका उद्देश्य वैष्णववाद की शिक्षाओं और संस्कृति का प्रसार करना है।
साल भर: 24 घंटे खुला रहता है