आदर्श अवधि: 15-30 मिनट
खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: नेताजी सुभाष चंद्र
निकटतम रेलवे स्टेशन: बिश्नुपुर
राधा माधव मंदिर भारत के पश्चिम बंगाल के बिष्णुपुर में दलमदल पारा में स्थित एक प्राचीन हिंदू मंदिर है। राधा गोविंद मंदिर के ठीक सामने है। मंदिर का निर्माण 1737 में शासक मल्लराज गोपाल सिंह की बहू चुरामोनी ने करवाया था। यह देवी राधा और भगवान कृष्ण को समर्पित है। यह एक रत्न शैली में एक लेटराइट मंदिर है और पश्चिम बंगाल में विरासत के प्रसिद्ध स्थानों में से एक है।
मंदिर में एक वर्गाकार निचली मंजिल है जिसमें एक ही शिखर है जिसके ऊपर एक घुमावदार छत है। मंदिर में विशेष रूप से इसकी सामने की दीवार में उत्कृष्ट अलंकरण है।
मंदिर की सुंदरता इसके तीन धनुषाकार प्रवेश द्वार हैं। मंदिर के खंभों और मेहराबों को खूबसूरती से उकेरा गया है, जो रामायण और कृष्ण लीला से कुछ जीवन-सीखने वाले पाठों को दर्शाते हैं। मंदिर के बगल में एक छोटा दो चला मंडप है, जो मंदिर की सुंदरता में चार चांद लगा देता है। वर्तमान में मंदिर के अंदर कोई देवता नहीं है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण इस स्मारक की सुंदरता को बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रहा है।
आगंतुक रसमंच से प्रवेश टिकट प्राप्त कर सकते हैं अन्यथा आगंतुकों को मंदिर के अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।