आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: पटना
निकटतम रेलवे स्टेशन: गया
अनिमेश लोचन चैतन्य वह स्थान है, जहाँ भगवान बुद्ध ने अपने ज्ञानोदय के दूसरे सप्ताह को बिताया, सात दिनों तक बिना पलक झपकाए बोधि वृक्ष को देखते रहे।
ऐसा माना जाता है कि उसके बाद उस स्थान का नाम अनिमेश लोचन चैतन्य रखा गया जिसका अर्थ है 'खुली आंखें' और यह महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ध्यान और आत्म-नियंत्रण सिखाता है।