आदर्श अवधि: 1-3 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: अहमदाबाद
निकटतम रेलवे स्टेशन:
पावागढ़ चंपानेर के पास एक पहाड़ी पर स्थित महाकाली का यह मंदिर माता सती के शक्तिपीठों में से एक है। शक्तिपीठ को पूजा स्थल कहा जाता है, जहां माता सती के अंग गिरे थे।
पौराणिक कथा के अनुसार, सती, जिन्हें पिता दक्ष के यज्ञ के दौरान अपमानित किया गया था, ने योग के बल पर अपने प्राण त्याग दिए। सती की मृत्यु से व्यथित, भगवान शिव उनके मृत शरीर की उपेक्षा करते हुए पूरे ब्रह्मांड में घूमते रहे।
जहां जहां मां के अंग गिरे वहीं शक्तिपीठ बन गए। लोगों की माने तो यहां पावागढ़ में माता सती के दाहिने पैर का अंगूठा गिरा था, जिसके कारण इस स्थान का नाम पावागढ़ पड़ गया और इसीलिए इस स्थान को अत्यंत पूजनीय और पवित्र माना जाता है।
मंदिर में दक्षिणमुखी काली मां की मूर्ति है, जिसकी पूजा तांत्रिक में की जाती है। नवरात्रि के दौरान इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। यहां लोगों की गहरी आस्था है।
उनका मानना है कि यहां दर्शन करने के बाद मां उनकी हर मनोकामना पूरी करती हैं। पर्यटक इस पहाड़ी पर रोप-वे से पावागढ़ पहाड़ी के ऊपरी हिस्से तक पहुंच सकते हैं।
पावागढ़ में ऊंची पहाड़ी से मंदिर के आसपास के अलौकिक दृश्य पर्यटकों के मन को बहुत भाते हैं। निकटतम हवाई अड्डा अहमदाबाद हवाई अड्डा है, जो यहाँ से लगभग 190 किमी और वडोदरा से 50 किमी दूर है।
यहां का निकटतम प्रमुख रेलवे स्टेशन वडोदरा में है, जो दिल्ली और अहमदाबाद से सीधी रेल लाइनों द्वारा जुड़ा हुआ है। वडोदरा पहुंचने के बाद सड़क यातायात के सुगम साधन उपलब्ध हो जाते हैं।
राज्य सरकार और निजी कंपनियों की कई लग्जरी बसें और टैक्सी सेवाएं गुजरात के कई शहरों से संचालित होती हैं।