तापमान: अधिकतम 33.1° C, न्यूनतम 20.3° C
आदर्श अवधि: 1-2 दिन
सही वक्त: साल भर
चंपानेर की स्थापना चावड़ा वंश के राजा वनराज चावड़ा ने की थी। कुछ लोगों का मानना है कि चंपानेर नाम फूल 'चंपक' से लिया गया है क्योंकि इस क्षेत्र में पाए जाने वाले आग की चट्टानों में भी पीले रंग की उपस्थिति होती है, चंपानेर के ठीक ऊपर बने पवागढ़ किले को खिची चौहान राजपूतों द्वारा बनाया गया था।
बाद में, महमूद बेगड़ा ने इसे कब्जा कर लिया। महमूद बेगड़ा ने इसे अपनी राजधानी बनाया। उन्होंने इसका नाम महमूदाबाद रखा और इस शहर के पुनर्निर्माण और सजावट के लिए यहां 23 साल बिताए। चंपानेर के गौरव और महत्व को खोते हुए अहमदाबाद को बाद में मुगल काल के दौरान राजधानी बनाया गया था। कई सालों तक यह जंगल का हिस्सा था।
हालांकि, जब अंग्रेजों ने बाद में सर्वेक्षण किया, तो चंपानेर की खोई हुई महिमा वापस आ गई। शहर की उत्कृष्ट वास्तुकला की सुंदरता को देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में यहां आते हैं।
चंपानेर सौंदर्य आपको चंपानेर की मस्जिदें, सिकंदर शाह, हालोल, सकर खान दरगाह, मकाई कोठार की मस्जिदें प्रदान करता है।