आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
सही वक्त: एक October - तीस June
निकटतम हवाई अड्डा: केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल
निकटतम रेलवे स्टेशन: बंगलोरे सिटी
नलकुण्ड पैलेस एक ऐतिहासिक महल है जो कूर्ग की सबसे ऊंची चोटी तदियांदामोल के तल पर स्थित है। इसे 1792-1794 में राजा डोड्डा विराजेंद्र ने टीपू सुल्तान की सेना से बचने के बाद बनवाया था।
दुश्मन सेनाओं से बचाव के लिए, डोड्डा विराजेंद्र ने एक भूमिगत सुरंग का निर्माण किया जो मदिकेरी की ओर जाती है। अंग्रेजों द्वारा अपदस्थ किए जाने से पहले यह महल कोडागु के हलेरी राजाओं, चिक्का विराराजेंद्र की अंतिम शरणस्थली थी।
महल में नक्काशीदार गुंबद और जटिल लकड़ी की नक्काशी है। राजा के विवाह के लिए महल के सामने एक सुंदर मंडप का निर्माण कराया गया। मंडप पर देवताओं और जोड़ों की मूर्तियां और नक्काशी हैं।
महल दिखने में तो बहुत ही साधारण है लेकिन निर्माण तेज दिमाग से किया गया था और वास्तुकला की प्रतिभा को समझदारी से दिखाया गया है। यह महल पुरातत्व और संग्रहालय निदेशालय, कर्नाटक सरकार के तत्वावधान में एक संरक्षित स्मारक है।
नलकुण्ड महल में साल में कभी भी जाया जा सकता है। लेकिन सबसे अच्छा समय अक्टूबर से जून तक है।
09:00 पूर्वाह्न - 06:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 05:30 अपराह्न
सभी के लिए नि: शुल्क