आदर्श अवधि: 1 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल
निकटतम रेलवे स्टेशन: बंगलोरे सिटी
ओंकारेश्वर मंदिर कुर्ग के मदिकेरी हिल स्टेशन के मध्य में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और 1820 में राजा लिंगराजेंद्र द्वारा तपस्या के रूप में बनाया गया था।
इस मंदिर में मुस्लिम काल की स्थापत्य कला का प्रभाव उस काल में हैदर अली और टीपू सुल्तान के शासन वाले क्षेत्र के रूप में देखा जा सकता है। इस मंदिर के बीच में एक गुम्बद भी है और इसके चारों कोनों पर चार बुर्ज हैं। इस मंदिर का नजारा एक दरगाह जैसा दिखता है।
मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक शिवलिंग है। इस मंदिर में एक पानी की टंकी भी है और बीच में एक मंडप है जो पूरे मंदिर से जुड़ा हुआ है। इस मंदिर का नाम ओंकारेश्वर है क्योंकि कुछ लोगों का मानना है कि इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग राजा द्वारा काशी से लाया गया था।
कहते हैं कि, राजा ने अपने राजनीतिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक ब्राह्मण को मार डाला और बाद में उसकी आत्मा की शांति के लिए एक मंदिर बनाया। बाद में यह आत्मा ब्रह्मराक्षस बन गई और लोगों को परेशान करने लगी। बाद में इस मंदिर में शिवलिंग की स्थापना की गई, जिसके बाद लोगों को उस आत्मा से मुक्ति मिली।
यह मंदिर कुर्ग स्थित अन्य मंदिरों से बिल्कुल अलग है।
साल भर 06:30 पूर्वाह्न - 12:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 11:50 पूर्वाह्न
साल भर 05:00 अपराह्न - 08:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 07:50 अपराह्न
सभी के लिए नि: शुल्क