क़ुतुब मीनार | दिल्ली | भारत
तापमान: अधिकतम 42° C, न्यूनतम 7° C
आदर्श अवधि: 30-45 मिनट
खुलने का समय: Periodic
सही वक्त: एक October - इकतीस March
निकटतम हवाई अड्डा: इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
निकटतम रेलवे स्टेशन: दिल्ली, नई दिल्ली
लौह स्तंभ की स्थापना मूल रूप से विष्णु मंदिर के सामने 402 ईस्वी में एक 'विष्णुध्वज' के रूप में की गई थी, जो भगवान विष्णु के सम्मान में विष्णुपद के सम्मान में है, जो मध्य प्रदेश के उदयगिरि में एक छोटी सी पहाड़ी है, जिस पर चंद्र गुप्त द्वितीय ने 375 CE के बीच शासन किया था।
सुल्तान इल्तुतमिश ने 414 ई.पू. बाद में इसे 1233 ई. में अपने मूल स्थान से स्थानांतरित कर दिया, जहाँ यह आज दक्षिणी दिल्ली में कुतुब कॉम्प्लेक्स के भीतर खड़ा है।
16 इंच व्यास की संरचना के साथ दिल्ली का 'लौह स्तंभ 23 फीट 8 इंच ऊँचा (7.2 मीटर) है। स्तंभ ने पुरातत्वविदों और सामग्री वैज्ञानिकों का ध्यान आकर्षित किया है क्योंकि इसके संक्षारण के उच्च प्रतिरोध के कारण इसे उच्च का साक्षी कहा जाता है।
लोहे के निष्कर्षण और प्रसंस्करण में प्राचीन भारतीय लौह द्वारा प्राप्त कौशल का स्तर। संक्षारण प्रतिरोध क्रिस्टलीय लौह (III) हाइड्रोजन फॉस्फेट की एक समान परत से उत्पन्न होता है जो उच्च-फास्फोरस-सामग्री लोहा पर बनता है, जो इसे दिल्ली जलवायु के प्रभावों से बचाने के लिए कार्य करता है।