आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: गग्गल एयरपोर्ट
निकटतम रेलवे स्टेशन: पठानकोट
भागसूनाथ मंदिर, एक प्रमुख धार्मिक केंद्र, समुद्र तल से 1770 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। हिंदू भगवान शिव को समर्पित, मंदिर मध्यकाल की कला और संस्कृति को दर्शाता है। यह प्राचीन मंदिर हिंदू और गोरखा समुदायों द्वारा पवित्र माना जाता है।
मंदिर के परिसर के भीतर सुंदर तालाब हैं। यात्री तालाब में कई बाघ के सिर से पानी के झरने देख सकते हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि इन तालाबों में पानी भरने की क्षमता है। इसके अलावा, मंदिर में स्थापित मूर्तियों को माना जाता है कि उनके पास अविश्वसनीय शक्तियां हैं।
परिसर में एक दो मंजिला विश्राम गृह है जहां मंदिर में आने वाले तीर्थयात्री ठहर सकते हैं। एक पौराणिक कथा के अनुसार, इस मंदिर का निर्माण राजा भागसू ने करवाया था। लोककथाओं के अनुसार, राजा भागसू और नागराजा, जिसे नाग देवता के रूप में भी जाना जाता है, ने एक लड़ाई लड़ी, क्योंकि राजा ने नाग डल झील से पानी चुराया था। बाद में, राजा भागसू ने नाग देवता से इस मंदिर का निर्माण करवाया।