आदर्श अवधि: 2-4 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: गग्गल एयरपोर्ट
निकटतम रेलवे स्टेशन: पठानकोट
ज्वाला देवी मंदिर को ज्वालामुखी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा घाटी के दक्षिण में 30 किमी और धर्मशाला से 56 किमी दूर स्थित है। ज्वाला देवी मंदिर हिंदू देवी ज्वालामुखी को समर्पित है।
कांगड़ा की घाटियों में ज्वाला देवी मंदिर की नौ अखंड ज्योत जलती हैं, जो पूरे भारत के हिंदू तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती हैं। नौ अनन्त मंदिर ज्वालामुखियों में उसके निवास के कारण, उसे उग्र देवी के रूप में भी जाना जाता है। यह एक अद्भुत मंदिर है जिसमें भगवान की कोई मूर्ति नहीं है।
यह माना जाता है कि देवी मंदिर की पवित्र लपटों में रहती है, जो बाहर से ईंधन के बिना दिन-रात चमत्कारिक रूप से जलती है। विज्ञान का मानना है कि चट्टानों के कवक से दहनशील गैस के कुछ प्राकृतिक जेट जलने का कारण बनते हैं।
हालांकि, भक्तों को अभी भी इन ज्वालाओं में निवास करने वाली देवी पर बहुत विश्वास है। इस मंदिर में की जाने वाली आरती मुख्य आकर्षण है। राबड़ी प्रसाद आमतौर पर देवी को दिया जाता है।
ज्वाला देवी मंदिर हजारों वर्षों से एक महत्वपूर्ण हिंदू तीर्थ स्थल रहा है, और जब तक ज्योति जलती रहेगी, तब तक भक्त शांति और आनंद की तलाश में यहां आते रहेंगे।