आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: गग्गल एयरपोर्ट
निकटतम रेलवे स्टेशन: पठानकोट
मसरूर रॉक कट मंदिर, एक पुरातात्विक स्थल, जो वर्तमान में एक खंडहर है, धर्मशाला में कांगड़ा से 32 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां के परिसर में इंडो-आर्यन शैली की वास्तुकला में डिजाइन किए गए 15 रॉक-कट मंदिरों का संयोजन है।
ऐसा कहा जाता है कि इसे 8 वीं शताब्दी में बनाया गया था, जो हिंदू देवताओं शिव, विष्णु, देवी और सौरा को समर्पित है। इसके अंतराल में एक वर्गाकार गर्भगृह है, जबकि मंदिर के दूसरी ओर एक आयताकार मंडप है जिसमें चार विशाल स्तंभ हैं और चार सहायक मंदिर हैं। इस मंदिर का निर्माण 10 वीं शताब्दी में पत्थर के एक ठोस टुकड़े का
उपयोग करके किया गया था, इसकी स्थापत्य शैली के कारण इसे अजंता-एलोरा मंदिर की याद ताजा हो जाती है। हिंदू भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर के वास्तुशिल्प डिजाइन को 8 वीं या 9 वीं शताब्दी से जोड़ा जा सकता है। इतिहास प्रेमियों और पर्यटकों के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है।