ग्वालियर | मध्य प्रदेश | भारत
आदर्श अवधि: 1-3 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: ग्वालियर
निकटतम रेलवे स्टेशन:
जय विलास महल आज भी सिंधिया राजवंश और उनके पूर्वजों का घर है। इसका एक हिस्सा आजकल संग्रहालय के रूप में उपयोग किया जाता है। इसका निर्माण 1809 में जीवाजी राव सिंधिया ने कराया था। लेफ्टिनेंट कर्नल सर माइकल फिलोस इसके वास्तुकार थे। इसकी स्थापत्य शैली इतालवी, टस्कन और कोरिंथियन शैली का अद्भुत मिश्रण है। जय विलास पैलेस को आधुनिक समय में संरक्षित सदियों पुरानी भारतीय संस्कृति और भव्यता का प्रतीक माना जाता है। महल का निर्माण 1874 में तत्कालीन प्रिंस ऑफ वेल्स, किंग एडवर्ड को भव्य स्वागत के लिए किया गया था। सिंधिया शासनकाल और औरंगज़ेब और शाहजहाँ की तलवार के कई दस्तावेज और कलाकृतियाँ हैं। इटली और फ्रांस से कलाकृतियां और जहाज भी यहां प्रदर्शन के लिए रखे गए हैं। महल में 30 कमरे हैं और एक आर्ट गैलरी में 5000 से अधिक किताबें हैं। संग्रहालय में हजारों टन के दो बड़े झूमर हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। ग्वालियर किला पूरे दक्षिण भारत का एक अभेद्य किला है, इतिहासकारों और आम जनता को समान रूप से आकर्षित करता है। आओ और परिवार और दोस्तों के साथ इस प्राचीन ऐतिहासिक महल का दौरा करें।