ग्वालियर | मध्य प्रदेश | भारत
आदर्श अवधि: 30-45 मिनट
खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: ग्वालियर
निकटतम रेलवे स्टेशन: ग्वालियर
तानसेन का मकबरा ग्वालियर में स्थित है जहां उनके गुरु मोहम्मद गौस का मकबरा स्थित है। तानसेन सम्राट अकबर के दरबार के प्रमुख गायक थे, वे अकबर के दरबार के नौ रत्नों में से एक हैं।
ऐसा माना जाता है कि ग्वालियर का यह प्रसिद्ध संगीतकार संगीत में इतना निपुण था कि जब वह मेघ राग गाता था तो बारिश होने लगती थी और वह अपने संगीत से जानवरों को मंत्रमुग्ध कर देता था।
तानसेन को उनके गुरु सूफी संत मुहम्मद गौस के साथ यहां दफनाया गया था। तानसेन ने भी सूफी संस्कृति का पालन किया।
तानसेन के बारे में किवदंती है कि मेघ मल्हार राग गाते समय बारिश होती थी।
उसके दुश्मन उसे दीपक राग गाने के लिए मजबूर करते हैं, लेकिन उसने मना कर दिया क्योंकि दीपक राग गाने से गर्मी पैदा होगी, रोशनी बढ़ेगी और अंत में गर्मी उसे जलाकर राख कर देगी। उसके दुश्मन उसे मरा हुआ देखना चाहते थे, इसलिए वे उसे दीपक राग गाने के लिए मजबूर करते हैं।
तानसेन का स्मारक मुगल शैली की वास्तुकला का एक विशिष्ट उदाहरण है।
एक महान संगीतकार के जन्मदिन के उपलक्ष्य में हर साल नवंबर-दिसंबर में यहां तानसेन संगीत समारोह मनाया जाता है।
अगर आप संगीत प्रेमी हैं तो तानसेन संगीत समारोह में शामिल होना न भूलें।
परिवार और दोस्तों के साथ महान गायक तानसेन के मकबरे के दर्शन के लिए यहां आएं।
साल भर 08:00 पूर्वाह्न - 06:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 05:30 अपराह्न
सभी के लिए नि: शुल्क