आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: जॉली ग्रांट
निकटतम रेलवे स्टेशन: हरिद्वार
चंडी देवी मंदिर हरिद्वार में एक बहुत प्रसिद्ध मंदिर है। मंदिर देवी चंडी को समर्पित है और नील पर्वत के शिखर पर स्थित है। यह गंगा नदी के दूसरी ओर स्थित है। चंडी देवी मंदिर 52 शक्तिपीठों में से एक है।
इस मंदिर का निर्माण 1929 में कश्मीर के राजा सुचेत सिंह ने करवाया था। कहा जाता है कि आदि शंकराचार्य ने यहां आठवीं शताब्दी में चंडी देवी की मूल प्रतिमा स्थापित की थी। किंवदंती के अनुसार, चंडी देवी ने यहाँ पर शुम्भ-निशुम्भ के सेनापति चंड और मुंड का वध किया था। जबकि एक अन्य लोककथा के अनुसार, नील पर्वत वह स्थान है जहां हिंदू देवी चंडिका ने, शुंभ और निशुंभ दानवों के मरने के बाद कुछ समय विश्राम किया था।
यह मंदिर हरिद्वार के भीतर स्थित पंच तीर्थों में से एक है। चंडी देवी मंदिर सिद्ध पीठ के रूप में अत्यधिक पूजनीय है। यह माना जाता है कि यह एक ऐसी जगह है जहां इच्छाएं पूरी होती हैं। इसलिए देश के कोने-कोने से भक्त अपनी मन्नत लेकर देवी के मंदिर में आते हैं।
यह हरिद्वार में स्थित तीन पीठों में से एक है, और अन्य दो मनसा देवी मंदिर और माया देवी मंदिर हैं।
चंडी देवी मंदिर तक रस्सी के रास्ते आसानी से पहुंचा जा सकता है। पहले बहुत कम तीर्थयात्री उच्च पहाड़ी इलाकों के कारण इस स्थान पर आते थे।
साल भर 07:00 पूर्वाह्न - 07:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 05:00 अपराह्न