आदर्श अवधि: 3-5 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: जॉली ग्रांट
निकटतम रेलवे स्टेशन: हरिद्वार
हर की पौड़ी, जिसे ब्रह्मकुंड के नाम से जाना जाता है, हरिद्वार के सबसे पवित्र और प्रसिद्ध स्थान के रूप में जाना जाता है। एक स्थान जहाँ गंगा नदी पहाड़ों को छोड़कर मैदानों में प्रवेश करती है।
हर की पौड़ी का निर्माण प्रसिद्ध राजा विक्रमादित्य ने अपने भाई ब्रिटिहारी की याद में किया था, जो गंगा नदी पर बैठकर ध्यान किया करते थे।
ऐसा माना जाता है कि हर की पौड़ी में डुबकी लगाने से व्यक्ति के सारे पाप धुल जाते हैं। मुंडन और उपनयन जैसी कुछ प्रथाओं को पूरा करने के लिए भक्त बड़ी संख्या में यहां आते हैं।
प्रत्येक 12 वर्षों के बाद, यहां कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है, हजारों भक्त नदी में पवित्र स्नान के लिए यहां आते हैं।
हर की पौड़ी घाट में पवित्र स्नान के लिए हर कोई हरिद्वार आता है और मंदिरों में प्रार्थना करता है।
ऐसा माना जाता है कि नदी में पवित्र डुबकी लगाए बिना हरिद्वार दर्शन अधूरा है।
हर शाम गंगा आरती इस जगह का विशेष आकर्षण है। पुजारी अपने हाथों में अग्नि के कटोरे रखते हैं, घंटियाँ बजने लगती हैं और संध्या आरती के दौरान मंत्रों का उच्चारण किया जाता है। हजारों तीर्थयात्री यहां एकत्रित होते हैं और वे दीया और नदी पर फूल बरसाते हैं - जगह बहुत खूबसूरत हो जाती है।
12 साल बाद आयोजित कुंभ मेले के दौरान लाखों लोग यहां एकत्र हुए।