आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: जॉली ग्रांट
निकटतम रेलवे स्टेशन: हरिद्वार
कुशावर्त घाट अहिल्याबाई होल्कर द्वारा बनाया गया था, जो एक मराठा रानी थी। लोग अपने प्रियजनों की आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए यहां आते हैं।
यद्यपि हरिद्वार में प्रत्येक घाट श्राद्ध कर्म के लिए है, लेकिन कुशावर्त घाट का महत्व है, वह स्थान जहां बारामासी श्राद्ध किया जाता है।
यह माना जाता है कि दत्तात्रेय, प्राचीन काल के एक महान संत थे, यहाँ ध्यान करते थे। मिथकों के अनुसार, दत्तात्रेय ने केवल एक पैर पर खड़े होकर एक हजार वर्षों तक यहां तपस्या की।