आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
सही वक्त: एक October - इकतीस March
निकटतम हवाई अड्डा: हैदराबाद एयरपोर्ट
निकटतम रेलवे स्टेशन: हैदराबाद
हैदराबाद की खास पहचान मानी जाने वाली चारमीनार का निर्माण 1591 में मोहम्मद कुली कुतुब शाही ने करवाया था। आज यह प्राचीन ऐतिहासिक इमारत दुनिया भर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि चार मीनार का अर्थ है चार मीनारें। यह भव्य भवन प्राचीन काल की उत्कृष्ट स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण है। इस मीनार में चार चमकदार मीनारें हैं, जो चार खूबसूरत मेहराबों से जुड़ी हुई हैं।
मेहराब भी चार टावरों का समर्थन करता है। स्मारक की ऊपरी मंजिल तक पहुंचने के लिए इसमें 149 घुमावदार सीढ़ियां हैं।
जब कुली कुतुब शाही ने हैदराबाद बनाया तो गोलकुंडा के स्थान पर चारमीनार को नई राजधानी बनाया गया। यह प्लास्टर सजावट बालकनियों के लिए प्रसिद्ध है।
उन्होंने चारमीनार का निर्माण किया और शहर में फैलने वाली प्लेग महामारी से बचने के लिए दैवीय शक्ति को समर्पित किया।
हैदराबाद के चारमीनार और दो अन्य प्राचीन स्मारक भारत में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में आ सकते हैं। अपनी भव्य उपस्थिति और पुराने समय की महिमा के कारण, चारमीनार भारत और विदेशों से बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है।
तो, हैदराबाद के दौरे पर चारमीनार जाने से न चूकें। 1591 में स्मारक के निर्माण के बाद से, चारमीनार हैदराबाद की संस्कृति का पर्याय बन गया है, जो पिछले युग के गौरवशाली दिनों की याद दिलाता है।
परिवार और दोस्तों के साथ हैदराबाद की यात्रा की योजना बनाएं और प्रसिद्ध प्राचीन स्मारक चारमीनार जरूर जाएं।
साल भर 09:30 पूर्वाह्न - 05:30 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 05:00 अपराह्न
भारतीय: रुपया 20 (सभी व्यक्ति)
सार्क: रुपया 20 (सभी व्यक्ति)
दूसरे देश: रुपया 250 (Adult 15Plus)