आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई इंटरनेशनल
निकटतम रेलवे स्टेशन: जोरहाट
गजपुर हाथी रखने का स्थान था। वर्तमान में यह जगह खंडहर में तब्दील हो चुकी है, लेकिन फिर भी यहां की यात्रा दिलचस्प है। गज एक असमिया शब्द है जिसका अर्थ हाथी होता है। यहां राजा स्वर्गदेव प्रताप
सिंह के शासनकाल में सैनिकों के लगभग 1000 हाथियों को बांध दिया गया था। राजा द्वारा स्थापित एक नए शहर के निर्माण की स्मृति में आदेश जारी किया गया था।
राजा ने पहले इसका नाम हाटीगढ़ रखा और एक ऐसी जगह खरीदने को कहा जहां हाथियों को रखा जाए। लेकिन जल्द ही, राजा ने महसूस किया कि 1000 हाथियों को पकड़ना असंभव है।
बाद में उन्होंने इस जगह का नाम बदलकर गजपुर कर दिया, वह जगह जहां हाथियों को नहीं रखा जाता था। गजपुर शिव मंदिर के उत्तर में स्थित है। शहर के केंद्र से
गजपुर पहुंचना आसान है। पर्यटक टैक्सी या बस से आसानी से गाजपुर पहुंच सकते हैं।
साल भर: 24 घंटे खुला रहता है