आदर्श अवधि: 3-5 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई इंटरनेशनल
निकटतम रेलवे स्टेशन: जोरहाट
हुल्लोंगापार गिब्बन वन्यजीव अभयारण्य असम में घूमने के लिए एक बेहतरीन जगह है। इस वन्यजीव अभयारण्य का नाम भारत में पाए जाने वाले एकमात्र वानर के नाम पर रखा गया है, जो हूलॉक गिब्बन है। 25 मई 2004 को इसका नाम बदल दिया गया, जिसे पहले गिब्बन वन्यजीव अभयारण्य के नाम से जाना जाता था।
यह सदाबहार वन का एक अलग और संरक्षित क्षेत्र है, और यह असम के जोरहाट जिले में स्थित है। यह वन्यजीव अभयारण्य आधिकारिक तौर पर वर्ष 1997 में स्थापित किया गया था। कृत्रिम पुनर्जनन भी 1900 के दशक की शुरुआत में एक अच्छी तरह से भंडारित जंगल विकसित करता था, जिसने इस क्षेत्र को जैव विविधता में बहुत समृद्ध बना दिया।
इस वन्यजीव अभयारण्य में हूलॉक गिबन्स और बंगाल स्लो लोरिस पाए जाते हैं। इस वन्यजीव अभयारण्य में असम में सबसे घनी गिब्बन आबादी है, और इसलिए इसका नाम उनके नाम पर रखा गया है।
छत्र की प्रत्येक परत पर वनस्पतियों की समृद्ध विविधता भी देखी जा सकती है। यह पेड़ों और अन्य जानवरों की दुर्लभ और अमूल्य प्रजातियों का है, और इसे बर्डलाइफ इंटरनेशनल द्वारा असम में स्थित एक महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र (आईबीए) के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। यह पक्षियों की लगभग 800 विभिन्न प्रजातियों का निवास स्थान है। यह प्रकृति, वन्य जीवन और पक्षी प्रेमियों के लिए घूमने के लिए एक आदर्श स्थान है।
06:00 पूर्वाह्न - 08:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 07:45 अपराह्न
दूसरे देश: रुपया 250 (Adult 15Plus)
भारतीय: रुपया 50 (वयस्क 18 से उपर)