आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई इंटरनेशनल
निकटतम रेलवे स्टेशन: जोरहाट
लचित बोरफुकन्स मैडम महान अहोम सेनापति लचित बरफुकन की स्मृति में निर्मित एक स्मारक पत्थर है, जिसने 1672 में सरायघाट में शक्तिशाली मुगलों को हराया था। यह जोरहाट के सबसे आकर्षक आकर्षणों में से एक है।
असम के लोगों द्वारा इस महान योद्धा को बेड़ियों से मुक्त करने के उनके प्रयासों के लिए हमेशा सम्मानित किया जाता है। मुगल शासकों की जीत के एक साल बाद उनकी मृत्यु हो गई और उनके अवशेषों को स्वर्गदेव उदयादित्य सिंह ने इसी जमीन पर रखा था।
मिलेंग हुलुंगापार के गोहेन गांव में स्थित है स्मारक। यह गिब्बन वन्यजीव अभयारण्य से सिर्फ 8 किमी दूर है।
साल भर 06:00 पूर्वाह्न - 06:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 05:30 अपराह्न
सभी के लिए नि: शुल्क