आदर्श अवधि: 15-45 मिनट
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई इंटरनेशनल
निकटतम रेलवे स्टेशन: जोरहाट
राजा मैदाम को जोरहाट के सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में गिना जाता है, जो टोकलाई नदी के दक्षिणी तट पर स्थित है। 1 अक्टूबर 1894 को राजा पुरंदर सिन्हा के अंतिम संस्कार के लिए राजा मैदाम का इस्तेमाल किया गया था।
राजा मैदाम मुख्य रूप से राजा के अवशेषों को संरक्षित करने के लिए बनाया गया था। यह आज भी अहोम राजा के गौरवशाली अतीत की याद दिलाता है। जोरहाट के अन्य मैडमों की तरह, राजा मैदाम में भी हर साल हजारों पर्यटक आते हैं। राजा मैदाम में इतिहास की झलक देखने को मिलती है। इसे शानदार ढंग से सजाया गया है।
राजा मैडम जोरहाट शहर के केंद्र से आसानी से पहुँचा जा सकता है। इस तरह पर्यटक सार्वजनिक वाहनों से भी राजा मैडम पहुंचने के लिए यात्रा कर सकते हैं। जोरहाट की यात्रा के दौरान राजा मैदाम में जाना न भूलें।