कन्याकुमारी | तमिलनाडु | भारत
आदर्श अवधि: 1-3 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: तूतीकोरिन
निकटतम रेलवे स्टेशन: एरानिएल
पांड्या राजवंश के दौरान, समुद्र के किनारे स्थित, दक्षिण-पूर्व भारत के लोगों की आस्था और भक्ति का मुख्य केंद्र कुमारी अम्मन मंदिर है। मंदिर में सोलह स्तंभों का एक मंदिर बनाया गया है। मंदिर के गर्भगृह में, अम्मन देवी की मनोरम प्रतिमा तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती है।
मंदिर का मुख्य द्वार केवल विशेष अवसरों पर ही खुलता है, इसलिए भक्तों को उत्तरी द्वार से प्रवेश करना पड़ता है। इस द्वार का एक छोटा गोपुरम है। पांड्य वंश के राजाओं के शासन के दौरान लगभग 10 फीट ऊंचे मंडप से घिरा वर्तमान मंदिर बनाया गया था। देवी कुमारी पांड्य राजाओं की कुल देवी थीं।
यह भी माना जाता है कि चैतन्य महाप्रभु कुमारी अम्मन मंदिर में योग यात्रा पर आए थे। यहां मंदिर में, पुरुषों को एक शीर्ष वस्त्र या एक शर्ट और एक बनियान पहनना पड़ता है। आप समुद्र के तट से कुछ दूरी पर, बीच में दो चट्टानें देखते हैं।
दक्षिण पूर्व में स्थित इन चट्टानों में से एक चट्टान में एक बड़ी छवि, पर्यटकों के आकर्षण को आकर्षित करती है। यह एक प्रसिद्ध तमिल पवित्र कवि तिरुवल्लुवर की प्रतिमा है।
आओ और इस मंदिर में परिवार और दोस्तों के साथ अवसर पर जाएँ।