तापमान: अधिकतम 38° C, न्यूनतम 19° C
आदर्श अवधि: 3 दिन
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल
निकटतम रेलवे स्टेशन:
कोलार खोज के लायक जगह है और कभी गंगा साम्राज्य की राजधानी थी, और इसका एक सुनहरा इतिहास है। कन्नड़ में, कोल्हापुरा का अर्थ है 'हिंसक शहर' और यह उत्तर में युद्ध चालुक्यों और दक्षिण में चोलों के लिए युद्ध का मैदान था।
कोलार को प्राचीन संत वाल्मीकि के निवास के रूप में भी जाना जाता है। भगवान राम उनके वनवास के बाद कोलार में आए थे और यहीं पर देवी सीता रुकी थीं जब भगवान राम ने उन्हें अपने जीवन से गायब कर दिया था।
उनके बेटे लव और कुश का जन्म कोलार में वाल्मीकि के आश्रम में हुआ था। स्थानीय लोगों का यह भी मानना था कि योद्धा-संत परशुराम कथित तौर पर कोलार के पश्चिमी किनारे पर फैली हरी पहाड़ियों में रहते थे।
यदि आप कोलार जाने की योजना बना रहे हैं तो कुछ सुंदर और प्राचीन मंदिर हैं जैसे कि कोलारम्मा और सोमेश्वर। और कोलार में कोटिलिंगेश्वर मंदिर नाम का एक सुंदर मंदिर भी है जो दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग है।
आओ और जल्द से जल्द इस ऐतिहासिक जगह का पता लगाएं।