कुरुक्षेत्र | हरियाणा | भारत
आदर्श अवधि: 15-45 मिनट
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: चंडीगढ़
निकटतम रेलवे स्टेशन:
कुरुक्षेत्र का दर्शनीय लक्ष्मी नारायण मंदिर 18 वीं शताब्दी का मंदिर है, जो चोल वंश के शासनकाल के दौरान बनाया गया था और यह भगवान श्री हरि और देवी लक्ष्मी को समर्पित है।
इस मंदिर की ऊंचाई 124 फीट है और इसलिए, इसे शहर के कई हिस्सों से देखा जा सकता है। ऐसा कहा जाता है कि महाभारत के युद्ध से पहले, पांडवों ने भगवान लक्ष्मी नारायण की एक मूर्ति स्थापित की और यहां पूजा की।
इस मंदिर का वास्तु शास्त्र से भी महत्वपूर्ण महत्व है, सूर्य की पहली किरण मंदिर के पूर्वी द्वार में पड़ती है और भगवान के चरणों को स्पर्श करती है। पुजारियों का मानना है कि भगवान को पीला अर्पित करने से लोगों को हर कार्य में सफलता मिलती है, अर्थात क्यों इस मंदिर में हजारों भक्त मंगलवार और गुरुवार को पीले रंग का प्रसाद चढ़ाते हैं।
इस मंदिर का बहुत महत्व माना जाता है, ऐसा कहा जाता है कि यदि भक्त इस मंदिर में जाते हैं और मंदिर के चारों ओर सात चक्कर लगाते हैं, तो उन्हें चार धाम जाने की आवश्यकता नहीं है।