आदर्श अवधि: 1-3 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: कुशोक बकुला रिम्पोछे एयरपोर्ट
निकटतम रेलवे स्टेशन: जम्मू तवी
स्पितुक मठ लद्दाख के लेह में स्थित है। इसे स्पितुक गोम्पा के नाम से भी जाना जाता है। यह मठ लेह से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मठ का निर्माण 11 वीं शताब्दी में ओडी डी द्वारा किया गया था। यहाँ आने वाले पर्यटक अपनी सुंदरता के कारण इस शानदार मठ को कभी नहीं भूल पाएंगे। पर्यटकों को यहां आने वाली कई ऐसी जानकारियां मिलेंगी, जिससे उन्हें बौद्ध धर्म के साथ अधिक परिचित होने का मौका मिलेगा। रोंचेन ज़ंगपो द्वारा गोम्पा को स्पिटुक (अनुकरणीय) नाम दिया गया था, एक अनुवादक उस स्थान पर आया और कहा कि अनुकरणीय धार्मिक समुदाय उठेगा। शुरू में गोम्पा कदम्पा स्कूल के अनुसार चला था, फिर राजा गगस्पा बुमाइड के शासन के दौरान उन्होंने इसे गेलुक पा के आदेश में बदल दिया। 15 वीं शताब्दी के मठ में बुद्ध और 5 थेककों के कई प्रतीक देखे जा सकते हैं। दुखांग हॉल सबसे बड़ी इमारत है और इसकी दो पंक्तियाँ हैं जो दीवारों की लंबाई को दूर तक एक सिंहासन तक ले जाती हैं। वेदी पर मूर्तियां और लघु चित्र प्रदर्शित किए गए हैं। यहां प्राचीन मुखौटों, प्राचीन हथियारों और उम्दा थानकों का संग्रह भी है। पहाड़ी से ऊँचा महाकाल मंदिर है, जिसमें वज्रभैरव का मंदिर है। वज्रभैरव का भयानक चेहरा जनवरी में होने वाले वार्षिक उत्सव में ही सामने आता है।