खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: डबोक
निकटतम रेलवे स्टेशन: आबू रोड
अद्वितीय संगमरमर पत्थर की नक्काशी और दिलवाड़ा जैन मंदिर की उत्कृष्ट वास्तुकला, इसे दुनिया भर के बेहतरीन जैन मंदिरों में से एक बनाती है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ विशेषज्ञों का कहना था कि ताजमहल की तुलना में वास्तुकला बेहतर है। मंदिर का आंतरिक भाग असाधारण शिल्प कौशल को अपने सर्वश्रेष्ठ रूप में दर्शाता है।
मंदिरों का निर्माण 11वीं से 13वीं शताब्दी के बीच हुआ था। मंदिर के चारों ओर अद्भुत, हरी-भरी पहाड़ियाँ इसे एक सुखद एहसास देती हैं।
सेठ श्री कल्याणजी परमानदजी पेढ़ी (केपी पेढ़ी) सिरोही भारत में अन्य जैन मंदिरों के साथ मंदिर का रखरखाव करते हैं।
माउंट आबू की यात्रा के दौरान पर्यटकों को इस मंदिर की यात्रा अवश्य करनी चाहिए।
साल भर 06:00 पूर्वाह्न - 12:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 11:30 पूर्वाह्न
साल भर 12:00 अपराह्न - 05:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 04:30 अपराह्न
सभी के लिए नि: शुल्क