आदर्श अवधि: 1-3 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: मैसूर
निकटतम रेलवे स्टेशन: बंगलोरे सिटी
लोकगीत संग्रहालय सुंदर जयलक्ष्मी विलास हवेली में स्थित है। लोकगीत संग्रहालय, 1968 में स्थापित और लगभग 6500 फोकल वस्तु, कठपुतलियां, दक्षिण भारतीय खिलौने और इसमे घरेलू सामान है। इसके अलावा, इस संग्रहालय में नृत्य, नाटक और संगीत के विभिन्न तत्व प्रदर्शनी के लिए रखे गए हैं। संग्रहालय की गैलरी को विभिन्न भागों में विभाजित किया गया है, बड़े गड्ढों, लोककथाओं, साहित्य, कला और फोकल जीवन को प्रदर्शित करते हुए। पोखर खंड में अलग-अलग आकार के पोखर हैं, जिनका उपयोग तलेभुता, काभूता, मारी, सोमा और गाडी मारी नृत्य में किया गया था । फोकल लाइफ सेक्शन, मछुआरों, कुम्हारों, नाविकों, लोहारों, सुनारों, किसानों, टेनरियों, हथियारों, मोमबत्तियों, रसोई के बर्तनों, खेती के उपकरण, मटकी, बर्तनों, जप और टोकरियों के विभिन्न उपकरण भी इस संग्रहालय में प्रदर्शित किए गए हैं। इसके अलावा, संग्रहालय में यक्षगान, कथकली वेशभूषा, आंध्र लोक नाटककार और एक विशिष्ट हनुमान मुकुट का प्रदर्शन होता है। परिवार और दोस्तों के साथ इस जगह पर जाएँ।