तापमान: अधिकतम 42° C, न्यूनतम 7° C
आदर्श अवधि: 2-3 घंटे
सही वक्त: साल भर
राष्ट्रीय रेल संग्रहालय नई दिल्ली में शांति पथ के चाणक्यपुरी के राजनयिक क्षेत्र के भीतर भूटान दूतावास के निकट स्थित है और स्थानीय परिवहन द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। रेल संग्रहालय का उद्देश्य भारत की 163 साल पुरानी रेलवे विरासत को संरक्षित करना है। 1 फरवरी 1977 में इस संग्रहालय का उद्घाटन किया गया, और 10 एकड़ (40,000 बर्गो मी) से अधिक का फैलाव है। यह सोमवार और राष्ट्रीय छुट्टियों को छोड़कर हर दिन खुला रहता है। अपनी विशाल दीर्घाओं के अलावा, संग्रहालय में डिब्बों, डीजल इंजनों और स्टीम इंजनों के सिमुलेशन शामिल हैं। परिवहन संग्रहालय की अवधारणा वर्ष 1962 में की गई थी। हालांकि, यह केवल 1970 में था मगर इसकी अवधारणा ने एक सलाहकार के तहत एक ठोस आकार ले लिया। माइकल ग्रैहम सैटो नामक रेल उत्साही 7 अक्टूबर 1971 को एक वास्तविकता बनना शुरू हुई, जब नई दिल्ली के चाणक्यपुरी में साइट पर तत्कालीन राष्ट्रपति वीवी गिरि द्वारा आधारशिला रखी गई थी। संग्रहालय को पूरा करने में लगभग छह साल लग गए और 1 फरवरी 1977 को इसका उद्घाटन किया गया। तत्कालीन रेल मंत्री कमलापति त्रिपाठी द्वारा संग्रहालय का बाद में नाम बदल दिया गया और इसे राष्ट्रीय रेल संग्रहालय कहा गया।