ओरछा | मध्य प्रदेश | भारत
आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: ग्वालियर
निकटतम रेलवे स्टेशन: ओरछा
छत्तीस या कब्रगाह ओरछा में बेतवा नदी के तट पर स्थित ऐतिहासिक स्मारक हैं। बेतवा नदी के कंचन घाट के किनारे पन्द्रह छतरियों का समूह है। बुंदेलखंड वंश के शक्तिशाली शासकों के सम्मान में इन छतरियों का निर्माण किया गया था।
ये स्मारक प्राचीन शासकों, उनकी जीत और उनकी कहानियों के बारे में बहुत कुछ बताते हैं। छत्रियां शाही राजाओं की कब्रें हैं, जिन्हें ऊंचे चबूतरे पर रखा गया है और स्तंभों द्वारा समर्थित है। यह स्मारक एक तीन मंजिला इमारत है, जो चारों तरफ से खुली हुई है, और इसमें खूबसूरती से डिजाइन किए गए गुंबद हैं।
पूरा परिसर इंडो-मुगल शैली में बनाया गया है और इसमें मधुकर शाह, बीर सिंह देव, उदय सिंह, जसवंत सिंह, पहाड़ सिंह और अन्य की छतरियां शामिल हैं। बीर सिंह देव का स्मारक अपनी अनूठी वास्तुकला और अद्भुत डिजाइन के कारण सबसे लोकप्रिय है।
छत्रियों के गुम्बद सुंदर शैली में जाने जाते हैं, जो इसे मनमोहक रूप देते हैं। छत्तीस ओरछा के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है, और इसका जादुई आकर्षण सदियों से लोगों को आकर्षित करता है।
नदी के विपरीत दिशा में स्थित एक संकरे पुल से छत्रियों की सुंदरता देखी जा सकती है, जहां कब्रों का प्रतिबिंब देखा जा सकता है।
साल भर 07:00 पूर्वाह्न - 10:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 09:45 अपराह्न
भारतीय: रुपया 10 (सभी व्यक्ति)
दूसरे देश: रुपया 250 (Adult 15Plus)