आदर्श अवधि: 3-5 घंटे
खुलने का समय: Annual
निकटतम हवाई अड्डा: पटना
निकटतम रेलवे स्टेशन: पटना
सोनपुर मेला, पटना से लगभग 25 किमी और हाजीपुर से 3 किमी, सोनपुर में गंडक नदी के तट पर हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर आयोजित होता है, जो नवंबर - दिसंबर में पड़ता है। इस मेले को हरिहरक्षेत्र मेला या छतर मेला के नाम से भी जाना जाता है।
यह मेला एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला है। सोनपुर मेला में सुई से लेकर हाथी तक सब कुछ खरीदा जा सकता है। यह मेला कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करने के बाद शुरू होता है। मध्य एशिया के व्यापारी इस पशु मेले में आते थे। और आज तक, यह एशिया में सबसे बड़ा पशु उत्सव माना जाता है।
हाथी और घोड़ों की खरीद यहाँ हमेशा सुर्खियों में रहती है। मौर्य वंश के चंद्रगुप्त मौर्य, मुगल सम्राट अकबर, और कुंवर सिंह ने भी यहाँ से हाथी खरीदे थे।
सोनपुर मेले में भूमि राजस्व विभाग के स्टाल से, किसी भी नागरिक के तीन मिनट के भीतर, बिहार के सभी राजस्व गांवों का डिजिटल नक्शा 150 रुपये के सरकारी शुल्क से प्राप्त किया जा सकता है। यह कार्य राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, पटना के तकनीकी सहयोग से किया गया है।
समय के बदलते प्रभाव के कारण हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला पशु बाजारों से दूर जा रहा है और अब ऑटो एक्सपो मेले का रूप ले रहा है। सोनपुर मेले के प्रति विदेशी पर्यटकों में एक असामान्य आकर्षण देखा जाता है।
स्विस कॉटेज जर्मनी, अमेरिका, फ्रांस और अन्य विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बनाए गए हैं।