आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: बेलगाम हवाई अड्डा
निकटतम रेलवे स्टेशन: बादामी
पट्टदकल में सबसे प्रमुख मंदिर विरुपाक्ष मंदिर है। यह 7 वीं शताब्दी में रानी त्रिलोक्य महादेवी द्वारा बनाया गया था। 8 वीं शताब्दी के मंदिरों की अद्भुत शैली यहां बनी है। ऐसा माना जाता है कि पट्टाडाकाल स्मारकों में निर्मित अंतिम हिंदू मंदिर है। मंदिर के पास केवल गर्भगृह बचा है और शेष भाग ढह गए हैं। गर्भगृह दो स्तंभों द्वारा समर्थित है और इसमें काले पत्थर से निर्मित शिवलिंग है। गर्भगृह के द्वार पर गरुड़ धारण करने वाले सांपों की नक्काशी है। द्वार के नीचे विभिन्न मुद्राओं में महिला आकृतियों की अच्छी मूर्तियां हैं। मंदिर के स्तंभों में शानदार नक्काशी है। स्तंभों में से एक में शिव-पार्वती विवाह की अच्छी तरह से उकेरी गई छवि है और एक भागवतम् से कृष्ण लीला है। स्तंभों पर अन्य चित्रों में रावण को कैलास, भगवान शिव का पीछा करते हुए दानव त्रिपुरासुर शामिल हैं। पौराणिक जानवरों की सवारी करने वाले पुरुषों के कुछ स्तंभ राहत भी हैं। छत में बच्चे स्कंद के साथ शिव पार्वती की एक बड़ी आकृति है, छत की राहत जानवरों की बड़ी मूर्तियों द्वारा समर्थित है।
09:00 पूर्वाह्न - 05:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 04:30 अपराह्न
सबके लिए: रुपया 10 (वयस्क 12-60 वर्ष)