आदर्श अवधि: 2-3 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: बेलगाम हवाई अड्डा
निकटतम रेलवे स्टेशन:
पापनाथ मंदिर, मुक्तेश्वर के लिए बना एक छोटा सा मंदिर है और विरुपाक्ष क्षेत्र के दक्षिण में स्थित है। शिलालेखों से यह पता चला कि संरचना 740 ईस्वी में पूरी हुई थी। नंदी और वीरभद्र की मूर्तियों को आंतरिक हॉल के प्रवेश द्वार के निकट रखा गया था।
इस मंदिर में आने वाले पर्यटक 16 बड़े स्तंभों का अवलोकन कर सकते हैं जो प्राथमिक हॉल की छत का समर्थन कर रहे हैं। मंदिर के खंभे और पायलट महिलाओं और जोड़ों के जटिल नक्काशी से सुशोभित हैं।
भक्त भगवान शिव और देवी पार्वती की मूर्तियां भी देख सकते हैं, मंदिर के अर्ध मंडप की छत पर संगीतकारों के साथ। मंदिर की अनूठी नक्काशी हिंदू महाकाव्य रामायण से महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाती है।
इस मंदिर में एक प्रवेश द्वार पोर्च, एक सभा मंडप, एक अर्ध मंडप और एक गर्भगृह है जो एक वृहद गोलाकार रास्ते से घिरा हुआ है। यहाँ ध्यान देने वाली अनोखी बात यह है कि इस मंदिर में नंदी मंडप शामिल नहीं है, हालाँकि नंदी का एक उत्कृष्ट चित्र साभ मंडप में रखा गया है।
इस मंदिर की जटिल नक्काशी यह सुनिश्चित करती है कि यह पट्टाडकल की ओर जाने वाले सभी पर्यटकों की सूची को देखना चाहिए।