आदर्श अवधि: 1-3 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: भुवनेश्वर
निकटतम रेलवे स्टेशन:
दया नदी कुआखाई नदी का एक हिस्सा है और चिलिका झील में खाली हो जाती है जिसे डॉल्फ़िन के लिए जाना जाता है। नदी का इतिहास और धार्मिक महत्व केवल ओडिशा-बिहार क्षेत्र के इतिहास के संदर्भ में ही नहीं बल्कि संपूर्ण भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
धौली पहाड़ियों से सटे हरे ढलानों में, दया के तट पर स्थित है, प्रसिद्ध कलिंग युद्ध लड़ा गया था, जिसमें सम्राट अशोक के हिंसक तरीके और बौद्ध धर्म को गले लगाने का एक प्रतीक था।
पहाड़ी के ऊपर चट्टानों की सतह पर उकेरे गए यहाँ कई अशोकन ईदगाह हैं।