आदर्श अवधि: 1-3 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: पंतनगर, जॉली ग्रांट
निकटतम रेलवे स्टेशन: ऋषिकेश
कुंजापुरी देवी मंदिर एक हिंदू प्राचीन मंदिर है, जो हिंडोलाखाल रोड, अदली, उत्तराखंड में स्थित है। कुंजापुरी देवी का यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है। कुंजपुरी देवी मंदिर भी तीन सिद्ध पीठों का एक त्रिभुज पूरा करता है और टिहरी गढ़वाल जिले में पहाड़ों की चोटी पर स्थित है। इसके तीन सिद्ध पीठ हैं ।- कुंज पुरी, सुरखंडा देवी, और चंद्रभेदी सिद्ध हैं। मंदिर शिवालिक पहाड़ियों के 13 सबसे महत्वपूर्ण देवी देवताओं में से एक को समर्पित है। इस मंदिर से सूर्योदय और सूर्यास्त का बहुत सुंदर दृश्य दिखाई देता है। यह रास्ता कुंजापुरी देवी मंदिर के मुख्य मंदिर तक 80 सीढ़ियों से जाता है। यह बर्फ से ढके पहाड़ों और चोटियों जैसे विशाल स्वर्ग रोहिणी, गंगोत्री, बंदरपंच, और चकम्बा के विस्तृत दृश्य प्रस्तुत करता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी सती ने अपने पिता दक्षेश्वर द्वारा किए गए यज्ञ में अपने प्राण त्याग दिए थे, तब भगवान शंकर देवी सती के मृत शरीर के साथ पूरे ब्रह्मांड का चक्कर लगा रहे थे, इस दौरान भगवान विष्णु अपने सुदर्शन चक्र, सती के शरीर 51 भागों में विभाजित किया गया था, जिसमें सती की छाती इस स्थान पर गिरी थी, इसलिए इस मंदिर को श्री सुरकंडा देवी मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। जिन स्थानों पर सती के शरीर का अंग गिरा, उन्हें शक्ति पीठ कहा जाता है। सभी त्यौहार कुंजापुरी देवी मंदिर में मनाए जाते हैं, विशेष रूप से दुर्गा पूजा और नवरात्रि के विशेष उत्सव का आयोजन किया जाता है। इस दिन मंदिर को फूलों और रोशनी से सजाया जाता है। मंदिर का आध्यात्मिक वातावरण भक्तों के दिल और दिमाग में शांति लाता है।