आदर्श अवधि: 4-6 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: वाराणसी
निकटतम रेलवे स्टेशन: गोरखपुर, वाराणसी
भारत में चार सबसे महत्वपूर्ण बौद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है सारनाथ, यह वह स्थल है जहाँ भगवान बुद्ध - महान ऋषि ने आत्मज्ञान प्राप्त करने के बाद अपना पहला उपदेश दिया था।
सारनाथ उत्तर प्रदेश का समृद्ध और घटनापूर्ण इतिहास एक दिलचस्प और लुभावना है। 528 ई.पू. में इस स्थान पर गौतम बुद्ध के आगमन के साथ सारनाथ का इतिहास शुरू हुआ। उसके बाद उन्होंने बोधगया में ज्ञान प्राप्त किया। यहां उन्होंने अपने पांच पूर्व साथियों को अपने पहले प्रवचन का उपदेश दिया।
इस घटना को बौद्ध ग्रंथों में धर्मचक्र के रूप में वर्णित किया गया है - प्रवरत्न, जिसका अर्थ है व्हील ऑफ लॉ। बुद्ध ने उन सभी को सिखाया जो उन्होंने सीखा था और इस तरह वे भी प्रबुद्ध हो गए।
इसने पहले बौद्ध संघ या भिक्षुओं के समुदाय की नींव रखी।