सारनाथ | उत्तर प्रदेश | भारत
आदर्श अवधि: 1-3 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: वाराणसी
निकटतम रेलवे स्टेशन: गोरखपुर, वाराणसी
धम्मेक स्तूप सारनाथ में स्थित एक विशालकाय स्तूप है, जो वाराणसी से 13 किमी दूर है। यह 249 ईसा पूर्व में सम्राट अशोक द्वारा निर्मित एक स्तूप और कई अन्य स्मारकों के स्थान पर 500 ईस्वी में बनाया गया था। सम्राट अशोक ने अपने शासनकाल में कई स्तूप बनवाए। इन स्तूपों में गौतम बुद्ध से जुड़े संकेत रखे गए थे।
पास में एक अशोक स्तंभ भी है। ऐसा माना जाता है कि हिरण पार्क में धमेख स्तूप वह स्थान है जहाँ भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद अपने शिष्यों को पहला उपदेश दिया था। यह वह स्थान था जहाँ कि उन्होंने आर्य अष्टांग मार्ग की अवधारणा को बताया, जिस पर एक व्यक्ति मोक्ष प्राप्त कर सकता है।
इस स्तूप को छह बार बड़ा किया गया, इसके बावजूद इसका ऊपरी हिस्सा अधूरा ही रहा। एक चीनी यात्री जुआन झांग ने पांचवीं शताब्दी में सारनाथ का दौरा किया। उन्होंने लिखा है कि कॉलोनी में 1500 से अधिक धर्माचार्य थे और मूल स्तूप लगभग 300 फीट ऊंचा था।
सबके लिए: रुपया 5 (सभी व्यक्ति)
दूसरे देश: रुपया 150 (सभी व्यक्ति)