वाराणसी | उत्तर प्रदेश | भारत
आदर्श अवधि: 30-45 मिनट
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: वाराणसी
निकटतम रेलवे स्टेशन: वाराणसी
अस्सी घाट पर्यटकों, शोधकर्ताओं, इजरायली के लिए एक पसंदीदा स्थान है। अस्सी घाट अस्सी नदी और गंगा नदी के संगम पर स्थित है। एक किंवदंती के अनुसार, देवी दुर्गा ने राक्षस-निशुंभ को मारने के बाद अपनी तलवार यहां फेंक दी थी, यह राक्षस बहुत भयानक था। ऐसा माना जाता है कि अस्सी नदी का वह क्षेत्र शुरू होता है जहां से तलवार गिरती है। इस घाट का वर्णन कई हिंदू धार्मिक ग्रंथों और पुराणों में मिलता है जैसे मत्स्य पुराण, अग्नि पुराण, काशी कांड, और पद्म पुराण, आदि। इस घाट पर पीपल के पेड़ के नीचे भगवान शिव का एक शिव लिंग भी है और है भगवान असिंगमेश्वर का एक मंदिर भी माना जाता है जो दो नदियों के प्रवाह और संगम का देवता माना जाता है। यह एक काफी प्राचीन तालाब भी है जिसे लोरका टैंक के नाम से जाना जाता है, जो जमीनी स्तर से 15 मीटर की गहराई पर स्थित है। हर साल हजारों पर्यटक और भक्त अस्सी घाट पर आते हैं। चैत्र (मार्च - अप्रैल) और माघ (जवनारी - फरवरी) यहाँ बहुत से भक्तों को आकर्षित करते हैं।