आदर्श अवधि: 1-3 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: वाराणसी
निकटतम रेलवे स्टेशन: वाराणसी
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय को बीएचयू के नाम से भी जाना जाता है। विश्वविद्यालय की स्थापना एक देशभक्त, समाज सुधारक, शिक्षाविद और राजनीतिक कार्यकर्ता पंडित मदन मोहन मालवीय ने की थी, जिन्होंने अपना जीवन समाज के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया था। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की आधारशिला 4 फरवरी 1916 को लॉर्ड हार्डिंग ने रखी थी, जो तत्कालीन वायसराय थे। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में बीस हजार से अधिक छात्र अध्ययन करते थे, और यहाँ साठ से अधिक छात्रावास हैं। यह विश्वविद्यालय एशिया का सबसे बड़ा आवासीय विश्वविद्यालय माना जाता है। इसे पूर्व का ऑक्सफोर्ड कहा जाता है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय का मुख्य परिसर 1300 एकड़ में फैला है। बीएचयू बनाने के लिए वाराणसी के शासक द्वारा भूमि दान की गई थी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय का एक और परिसर मिर्जापुर जिले में बरकछा नामक स्थान पर मुख्य परिसर से 60 किमी दूर है। विश्वविद्यालय के चार मुख्य संस्थान हैं, जिसमें 14 शिक्षण संकाय और 140 विभाग शामिल हैं। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में दुनिया भर के लगभग 34 देशों के छात्र आते हैं।