वाराणसी | उत्तर प्रदेश | भारत
आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: वाराणसी
निकटतम रेलवे स्टेशन: वाराणसी
वाराणसी के रामनगर में स्थित दुर्गा मंदिर, देवी दुर्गा को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर को 18 वीं शताब्दी में एक बंगाली रानी ने बनवाया था। वर्तमान में यह मंदिर बनारस शाही परिवार के नियंत्रण में आता है। मंदिर भारतीय वास्तुकला की नागरा शैली की उत्तर भारतीय शैली में बनाया गया है। मंदिर के अंदर एक चौकोर आकार का तालाब दुर्गा कुंड है। इस मंदिर का शिखर काफी ऊंचा है, जिसे चार कोनों में विभाजित किया गया है और प्रत्येक कोने में एक टॉवर और बहु-टॉवर हैं। इमारत को गेरू के अर्क से लाल रंग में रंगा गया है। मंदिर में देवी के कपड़े भी विशेष प्रकार के होते हैं। एक मान्यता के अनुसार, इस मंदिर में स्थापित मूर्ति को मनुष्यों द्वारा नहीं बनाया गया है, बल्कि मूर्ति स्वयं प्रकट हुई थी, जो लोगों को बुरी शक्तियों से बचाने के लिए आई थी। नवरात्रि और अन्य त्योहारों के दौरान हजारों भक्त इस मंदिर में आते हैं। गैर-हिंदू लोगों को मंदिर के प्रांगण और गर्भगृह में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। इस मंदिर को बंदर मंदिर भी कहा जाता है क्योंकि इस मंदिर के परिसर में बड़ी संख्या में बंदर मौजूद हैं।