वाराणसी | उत्तर प्रदेश | भारत
आदर्श अवधि: 1-2 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
सही वक्त: एक October - इकतीस March
निकटतम हवाई अड्डा: वाराणसी
निकटतम रेलवे स्टेशन: वाराणसी
वाराणसी में इस्कॉन मंदिर की स्थापना भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद द्वारा कृष्ण चेतना को बढ़ावा देने और भगवान कृष्ण की शिक्षाओं के साथ लोगों को भगवद गीता के अनुसार शिक्षित करने के लिए की गई थी।
यहां नियमित पूजा, कीर्तन, और जप सत्र बहुत लोकप्रिय हैं। बिना भेदभाव के इन सत्रों में शामिल होने का सभी का स्वागत है। भक्त इस्कॉन मंदिर के भीतर बैठते हैं और भगवान कृष्ण की श्रद्धा में भजन गाते हैं। इस मंदिर में आरती ढोलक और झांझ की संगत में भक्तों को गाते और नाचते गाते हुए हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण, हरे हरे के गीत के साथ विद्युतीकरण कर रहे हैं।
यहां हर रविवार को भोज होता है। सर्दियों के दौरान दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक और गर्मियों में शाम 7:30 बजे से दावत का आयोजन किया जाता है।
यह भारत में इस्कॉन के सबसे खूबसूरत मंदिरों में से एक है और हर गुजरते साल के साथ इसमें बढ़ोतरी देखी जा रही है।
जब वाराणसी में, इस्कॉन मंदिर की यात्रा लगभग आवश्यक है यदि आप एक धार्मिक शौकीन हैं।
साल भर 12:00 पूर्वाह्न - 01:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 12:30 अपराह्न
साल भर 04:15 अपराह्न - 09:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 08:30 अपराह्न