वाराणसी | उत्तर प्रदेश | भारत
आदर्श अवधि: 30-45 मिनट
सही वक्त: साल भर
निकटतम हवाई अड्डा: वाराणसी
निकटतम रेलवे स्टेशन: वाराणसी
मन मंदिर घाट 1585 में बनाया गया था, इस घाट को अजमेर के राजा सवाई राजा मान सिंह ने बनवाया था, जिसके कारण इस घाट का नाम मन मंदिर घाट रखा गया। मैन मंदिर घाट को पहले सोमेश्वर घाट के नाम से जाना जाता है। महाराजा जय सिंह द्वारा 1730 में एक वेधशाला भी स्थापित की गई थी। यह वही राजा है जिसने दिल्ली और जयपुर में जंतर-मंतर बनवाया था। इस वेधशाला में कास्टिंग के साथ उत्कृष्ट खिड़कियां हैं। चार खगोलीय उपकरण अभी भी अच्छी स्थिति में हैं और अच्छी तरह से काम कर रहे हैं। ये उपकरण खगोल विज्ञान के ज्ञान की स्थिति पर बहुत प्रकाश डालते हैं। इस वेधशाला का पुनर्निर्माण 1850 में किया गया था और 1912 में जयपुर के राजपूत शासक द्वारा इसका जीर्णोद्धार कराया गया था। मन मंदिर घाट में कई महत्वपूर्ण मंदिर हैं, जैसे कि गुलादंत विनायक, रामेश्वर, और सोमवारा मंदिर। यहां का सोमेश्वर लिंगम गुजरात में सोमनाथ मंदिर के बराबर प्रतिकृति है। इसे भारत के नौ प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है।