आदर्श अवधि: 2-4 घंटे
खुलने का समय: Throughout the year
निकटतम हवाई अड्डा: पंतनगर, जॉली ग्रांट
निकटतम रेलवे स्टेशन: ऋषिकेश
तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए 1000 कमरों वाला ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन सबसे बड़ा आश्रम है। ठहरने की सुविधाओं के अलावा, परमार्थ निकेतन आयुर्वेदिक और संगीत से संबंधित है। यह महान हिमालय के बीच गंगा नदी के तट पर स्थित है। इस आश्रम की स्थापना 1942 में महान संत पूज्य स्वामी सुखदेवानंदजी महाराज ने की थी। 1986 से, पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वतीजी महाराज परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष और आध्यात्मिक प्रमुख हैं। परमार्थ निकेतन आश्रम अनाथ और गरीब बच्चों के लिए बनाया गया है। इस आश्रम में बच्चों को पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ वेद शिक्षा भी दिए जाते हैं। हर साल जब अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव यहां आयोजित किया जाता है, तो बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं। योग, ध्यान और अन्य कलाओं को सीखने के लिए लोग बड़ी संख्या में इस आश्रम में आते हैं। आश्रम के परिसर में एक स्कूल स्थित है। परमार्थ निकेतन की गंगा आरती प्रसिद्ध है। ठंडी बहती हवा के बीच हजारों दीपों की झिलमिलाती रोशनी को देखना एक अद्भुत अनुभव है। परमार्थ निकेतन सभी आगंतुकों के लिए खुला है, जिसमें नस्ल, जाति या पंथ के आधार पर कोई भेदभाव नहीं है।
साल भर 06:00 पूर्वाह्न - 09:00 अपराह्न, अंतिम प्रविष्टि: 08:50 अपराह्न
सबके लिए: रुपया 1600 (प्रति व्यक्ति)
सबके लिए: रुपया 600 (प्रति व्यक्ति)